नवरंगपुर सेक्टर पर्यवेक्षक की मनमानी चरम सीमा पर दो दलालों (रोशन और शत्रुघ्न)से करवाती है अवैध वसूली

नवरंगपुर सेक्टर पर्यवेक्षक की मनमानी चरम सीमा पर दो दलालों (रोशन और शत्रुघ्न)से करवाती है अवैध वसूली



*अपनी जेब भरने के चक्कर में शोभावती ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में एक बच्चों के माता-पिता की करवा दी दूसरी शादी*

सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला क्षेत्र के जिला मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर पर स्थित पर्यवेक्षक सेक्टर ग्राम पंचायत नवरंगपुर में श्रीमती शोभावती चौहान की मनमानी चरण सीमा पर है । नवरंगपुर पर्यवेक्षक सेक्टर में जितने भी आंगनबाड़ी केंद्र आते हैं , उसमें सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इस अधिकारी से परेशान नजर आ रहे हैं । सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने परियोजना अधिकारी (बाल विकास सारंगढ़) और जिला कलेक्टर को लिखित शिकायत सौंपे हैं कि जब से श्रीमती शोभावती चौहान जी पर्यवेक्षक सेक्टर नवरंगपुर में आई है तब से हर महीना रिपोर्टिंग मीटिंग में एमपीआर एंट्री करने के नाम पर 100₹ प्रति केंद्र से लिया जा रहा है । ऐसा नहीं है कि इस बारे में शिकायत नहीं हुई है , कई बार इसकी शिकायत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता दे चुके हैं और सीडीपीओ  ने भी पर्यवेक्षक से बात करूंगा बोलकर मीटिंग भी लिए जिसमें उस समय दबाव में आकर कुछ नहीं बोली और सीडीपीओ सर के जाने के बाद प्रति केंद्र से 50-50₹ देने के लिए कहा गया है । रिपोर्टिंग मीटिंग में अपने प्रति श्रीमान शत्रुघ्न चौहान और रोशन कुमार साहू के माध्यम से पैसे की वसूली की जा रही है । रोशन कुमार साहू और शत्रुघ्न चौहान को अपने पीए की तरह अपने साथ रखती है और इन्हीं दोनों के माध्यम से हर बैठक पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से पैसे की अवैध मांग किया जा रहा है और दबाव बनाकर अवैध वसूली की जा रही है ,  लेकिन लिखित शिकायत देने के बाद भी शासन-प्रशासन मौन धारण किया बैठा है ।

*समलेश्वरी समूह का संचालक रोशन साहू करता है अवैध वसूली*

वही समलेश्वरी समूह का संचालक रोशन साहू जो गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए सुपोषण अभियान का जो भी सामान आता है उसको आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सामने तो ला देते हैं , लेकिन लाने के बाद उस को तीन भागों में बांट दिया जाता है , दो भागों को गर्भवती महिला और कुपोषित बच्चों को खिलाने के लिए और एक भाग की अवैध राशि मैडम यानी शोभावती चौहान के लिए रखा जाता है और सभी आंगनबाड़ी में जाकर रोशन साहू द्वारा कार्यकर्ताओं से 200-500₹ की अवैध वसूली किया जा रहा है । वही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कहे अनुसार सभी बच्चे को खाना सही समय पर खिलाया जा रहा है जिसकी बकायदा फोटो खींचकर दिया जा रहा है और उसके बावजूद भी इस मैडम के आने से रिश्वत की मांग की जा रही है । अगर रिश्वत नहीं देते हो तो मीटिंग में तुम्हारा अब्सेंट चढ़ा दूंगी , ऐसा कह कर सभी कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है और उसके पति शत्रुघ्न चौहान द्वारा रात को सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को फोन कर तुम्हारा पैसा जमा नहीं हुआ है कहकर सभी को प्रताड़ित किया जा रहा है । ऐसे में बच्चों और गर्भवती महिलाओं के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और शासन-प्रशासन है कि मौन धारण किये बैठा है । आखिर ऐसे अधिकारी को संज्ञान में क्यों नहीं लिया जा रहा है , आखिर क्यों श्रीमती शोभावती चौहान के दो दलालों को खुला छूट दे रखा है ?  यहां दो दलाल बनकर बैठे हुए हैं एक तो समलेश्वरी समूह के संचालक रोशन कुमार साहू और दूसरा उनका पति शत्रुघन चौहान दोनों मिलजुल कर अवैध वसूली का काम कर रहे हैं । शासन-प्रशासन इन पर कार्यवाही क्यों नहीं कर रही है ? सभी की मिलीभगत होने पर ही कार्यवाही नहीं हो रहा है , ऐसे लोग बाग में चर्चा का माहौल है ।

*गरम भोजन की राशि में चाहिए 20% रिश्वत*

वही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने लिखा है कि पर्यवेक्षक मैडम को गरम भोजन की राशि में 20% चाहिए । अगर देने वाला सरकार हो और खाने वाला इन जैसे दलाल हो तो ऐसे में आंगनबाड़ी केंद्र कैसे चल पाएगा ।वही लिखित शिकायत में उन्होंने कहा है कि रोशन साहू के माध्यम से अवैध वसूली किया जा रहा है । खाते में आहरण राशि का 20% देना है बोलता है और रोशन साहू कहता है कि 50 से ₹200 तक लेकर आओ ।ऐसे में आंगनबाड़ी केंद्रों का क्या होगा । गर्भवती महिलाओं और बच्चों के जिंदगी के साथ दो दलाल और एक अधिकारी मिलकर दलाली कर अपने जेब भर रहे हैं व शासन-प्रशासन को गुमराह किया जा रहा है और शासन-प्रशासन है कि जानकर अनजान बन रहा है ।

*अधिकारी रोशन साहू के घर में मारे छापा तो कई समान होंगे बरामद*


वही प्राप्त जानकारी के अनुसार परियोजना ऑफिस से जो भी स्थानीय समान आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए आता है उस समान को रोशन साहू पहले अपने कोसीर छोटे के निजी आवास में रोककर उतार लेता है और बाकी बचे हुए समान को पास के आंगनबाड़ी केंद्र में रखवा कर मीटिंग बुलवाकर बटवाता है । इसके द्वारा कुछ-कुछ सामानों को आंगनबाड़ी केंद्रों में आबंटित ही नही किया जाता है और अपने घर में ही रख लेता है ।आंगनबाड़ी केंद्रों के  बहुत सारे सामान को घर में रख लेता है और समान का वितरण करने के दावे के लिए कोरे कागज पर दस्तखत करवा लेता है । ऐसा तो हाल दलाल रोशन साहू का है ।

*मुख्यमंत्री कन्या विवाह में भी किये झोलझाल*


वहीं प्राप्त जानकारी के अनुसार 25 मार्च 2023 को अमान्य जोड़ी को पर्यवेक्षक महोदया श्रीमती शोभावती चौहान के द्वारा बड़ा ही झोलझाल किया हुआ है । इनके द्वारा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत शादीशुदा और एक बच्चे के मां को फिर से शादी करवाने के लिए ले गया और वही सरकारी योजना के तहत फिर से शादी करवा दिया गया है । वही बताए अनुसार नारद नाम के व्यक्ति जो पहले से ही शादीशुदा है , ग्राम तामनडीह में जाकर अगर सही से जांच हो तो वह दो बच्चों का बाप मिलेगा , लेकिन परियोजना अधिकारी के काले कारनामा से उसको फिर से शादी करा दिया गया और मुख्यमंत्री कन्या विवाह का लाभ दिया गया है । अधिकारी भी जानकर अनजान बन रहे हैं , लग रहा है कि सभी की मिलीभगत से यह काम जोरों पर चल रहा है और इस पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है । अगर इसी तरह चलता रहा तो आने वाले दिनों में शासन-प्रशासन पर कोई भरोसा नहीं कर पाएगा और शासन को कई लाख रुपए की नुकसान उठाना पड़ेगा । अब देखते हैं कि आने वाला वक्त में इन जैसे अधिकारियों पर क्या कार्यवाही की जाती है ।

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