बिलग्राम में कुदरती अलम की कराई गई जियारत हजारों लोगों पूरी हुई मन्नत


संवाददाता फारूक क़ुरैशी

बिलग्राम एसएनबी मोहर्रम की सातवीं तारीख को बिलग्राम कस्बे के मोहल्ला मैदानपुरा में कुदरती अलम शरीफ की जियारत करवाई जाती है जिसे देखने के लिए आसपास इलाके के अलावा दूर दूर से लोग यहाँ चल कर अपनी अपनी मन्नतें मांगने आते हैं और कुदरती अलम में मन्नत का धागा बांध कर उसके तवससुल से दुआएं मांगते हैं ये अलम डाक्टर बादशाह हुसैन वास्ती की सरपरस्ती में उठाया जाता है जिनके साथ में मोहल्ला मैदानपुरा से काफी तादाद में अकीदतमंदो का जमावड़ा रहता है आज को दोपहर 2बजे से इस अलम शरीफ को पुरखों से चले आ रहे तौर तरीकों से बादशाह हुसैन वास्ती ने गुस्ल दिला कर अलम शरीफ की आये हुए हजारों की संख्या में अकीदतमंदो को जियारत कराई ये अलम शरीफ को कर्बला में बहत्तर शहीदों में शहीद हजरत अब्बास अलमदार के अलम का ऊपरी हिस्सा है जो गुंबद नुमा दिखाई देता है ये अलम बिलग्राम के कामिल वली सय्यद लुतफुल्लाह उर्फ लदह मियां को मोहर्रम की सातवीं तारीख को कर्बला में मिला था जब आप मक्का मदीना कर्बला और दीगर मकामात की जियारत कर अपने वतन वापस आये थे जब आप अपने वतन बिलग्राम पहुंचे तो वो तारीख भी सातवीं मोहर्रम की थी इसलिए आज भी सातवीं तारीख को इस अलम की जियारत कराने का सिलसिला पुरखों से चला आ रहा है जिसमे अन्जुमन आजाए हुसैन मातम करती हुई अपने कदीमी रास्ते से गई जिसमें नोहाखानी जनाब अरक़म बिलग्रामी परवेज बिलग्रामी अरबाज़ अली बिलग्रामी हसन अस्करी बिलग्रामी ने अपनी मख्सूस अंदाज में नोहाखानी की जिसमें अंजुमन अजाए हुसैन के सभी मातम दार मौजूद रहे।

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