बिलग्राम के रफैय्यत गंज में उठाया गया सफेद ताजिया

 

संवाददाता फारूक क़ुरैशी

बिलग्राम कस्बे में दसवीं मोहर्रम को सुबह रफैय्यत गंज में सफेद ताजिया उठाया गया जिसमें अंजुमन ने सीना जनी मातम किया और कर्बला में शाहिद हुए बहत्तर की याद कर मातम किया गया ताजिया इमाम चौक से उठाकर गलियों से घूमते हुए कर्बला ले जाया गया जहां पर दफन किया गया उसके बाद तबर्रुक तकसीम किया गया आपको बताते चले कि 1400 सौ साल पहले कर्बला में जंग हुई थी एक तरफ यजीद अपने लश्कर के साथ था वही दूसरी तरफ ईमाम हुसैन यजीदियों की फ़ौज ने तिरो से छलनी कर दिया था कई दिनों से भूखे प्यासे अपने 72 साथियों के साथ शाहिद हो गए थे लेकिन बेत नही की थी मकसद सिर्फ इस्लाम को बचाना था उसी की याद में आज के दिन घरों में तावे नही चढ़ाए जाते है उनके नाम से सविल ओर लँगड होते है इस मौके पर फिरदौस आलीशान आमीर हसन मो राशिद शानू रियाज आदि लोग मौजूद रहे

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