आईजी लखनऊ जोन लक्ष्मी सिंह ने घटनास्थल का मुआयना कर आलाधिकारियों को दोहरे हत्याकांड का जल्द खुलासा करने के सख्त दिए निर्देश।
संवाददाता फारूक क़ुरैशी
हरदोई जनपद के बघौली थानाक्षेत्र के काईमऊ निवासी संतराम (60) होमगार्ड कंपनी में तैनात था। उनके दो बेटे कमल और विमल दिल्ली में काम करते है और दो बेटियों की शादी हो चुकी है। वह अपनी पत्नी कैलाशा के साथ गांव किनारे दो मंजिला मकानमें रहते थे। बताया जा रहा है कि मंगलवार की शाम को उन्हें अन्तिम बार देखा गया था। बुधवार की सुबह संतराम ने अपने घर का दरवाजा नहीं खोला।जब काफी देर हो गई उनका भाई सियाराम पड़ोसी अशोक के साथ भाई के घर का दरवाजा खटखटाने पहुंचा। सियाराम ने बताया कि दरवाजे पर हाथ रखते ही वह अंदर से खुल गया। इसके बाद वह भीतर पहुंचा तब उसने बरामदे के बगल वाले कमरे में भाभी कैलाशा और संतराम के शव को फर्श पर पड़ा पाया। उन्होंने बताया कि दंपती का शव से खून से लथपथ हालत में पड़ा था। जिसके बाद वह शोर मचाते हुए घर से बाहर निकले और फौरन पुलिस को सूचना दी।मौके पर पहुचे एसपी राजेश द्विवेदी, एएसपी पूर्वी अनिल कुमार यादव और सीओ बघौली विकास जायसवाल घटनास्थल पर पहुंचे और पड़ोसियों से पूछताछ शुरू कर दी। हालांकि पुलिस मृतक परिवार के घर आने-जाने वालों की जानकारी जुटा रही है। वहीं फोरेंसिक टीम ने मामले ने अहम साक्ष्य एकत्र किए हैं। जब यह सूचना आईजी लखनऊ जोन लक्ष्मी सिंह को मिली तो वह भी घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने बताया कि दंपती की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या की गई है। आईजी जोन ने साफतौर पर कहा कि कानून एवं व्यवस्था से खिलवाड़ बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके बाद उन्होंने दोहरी हत्याकांड का जल्द पर्दाफाश करने के लिए आलाधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं।घर के बाहर लोगों ने देखी थी बाइक जब पुलिस ने पड़ोसियों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि मंगलवार की देर रात संतराम के घर के बाहर लोगों ने एक बाइक को खड़ा देखा था। इस पर किसी ने पूछा तो कैलाशा ने बताया कि घर में नातेदार आए हुए है। बाइक से आने वाले कौन थे ? इसका पता नहीं चल सका है।फिलहाल उनका बेटा विमल बदहवास हो गया। इसके बाद पुलिस ने दोनों शवों को अपने कब्ज़े में लिया ओर आवश्यक कारवाई कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है