संवाददाता फारूक क़ुरैशी
बिलग्राम इस्लामी माह 3 शाबान को इमाम हजरत हुसैन (अ.स.) के जन्मदिन का जश्न हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस उपलक्ष्य में विभिन्न अंजुमनों द्वारा सड़कों पर राहगीरों को पानी, शरबत, फल बांटे गए। घरों में नज्र का आयोजन किया गया और घरों को सजाया गया। महफिल का आयोजन किया गया।
सुलतान-ए-कर्बला हजरत इमाम हुसैन के जन्मदिन शुक्रवार को शिया समुदाय ने एक-दूसरे को मुबारकबाद पेश की। नगर में हैदर मेंहदी ज़ैदी के आवास पर जश्न इमाम हुसैन का आयोजन किया गया। जिसमे महफिल का आगाज क़ुरान की तिलावत के साथ शुरू हुआ जिसमें शायरों ने इमाम हुसैन की विलादत पर मखसूस अंदाज में शेर कहे जिसमें असगर जहूरी ने है रवां फैजाने शब्बीरी का दरिया दूर तक
बट रहा है कुल जहां में उनका सदका दूर तक
छोड़ कर अरज़े मदीना जब चले इब्ने अली
थी मोहब्बत इस क़दर मुड़ मुड़ के देखा दूर तक
किस के नाना हैं नबी बाबा इमामुल मुत्तकीं
दोनो आलम में कोई तुम सा न पाया दूर तक
वहीं शिया मुसलमानों ने अपने घरों को सजाया और इमाम हुसैन के जन्मदिन की खुशी मनाई